जो आग मेरे दिल में है..
तेरे दिल में ना लगा पाया
...तो मेरा प्यार कैसा!!
तेरी ही यादों में डूबा हूं..
तुझे भी ना डुबा पाया
...तो मेरा प्यार कैसा!!
जिन सपनों में तुम्हें पाया है..
हकीकत ना बना पाया
...तो मेरा प्यार कैसा!!
तुझे पाने को ये बाहें बेताब है..
यहां तुझे ना बसा पाया
...तो मेरा प्यार कैसा!!
जिन आंसुओं को तेरे लिये बहाये है..
तुझे भी ना भिंगा पाया
...तो मेरा प्यार कैसा!!
मुझे ही मेरी नजरों में ना गिराओ..
बस्स एक बार बोल दो..
क्या कर पायेगा..
कोइ ..प्यार ऐसा!!
-Nishant Shekhar
Not CrYing.. Jst TrYing to keep Ur Love..ImmortaL
No comments:
Post a Comment